मुगल कालीन स्थापत्य कला: Mughal era architecture - Rajasthan Result

मुगल कालीन स्थापत्य कला: Mughal era architecture

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मुगलकाल को उसकी बहुमुखी सांस्कृतिक गतिविधियों के कारण भारतीय इतिहास का द्वितीय क्लासिकी युग कहा गया है। मुगल कालीन स्थापत्य मध्य एशिया की इस्लामी और भारतीय कला का मिश्रित रूप है, जिसमें फारस,मध्य एशिया, तुर्की , गुजरात, बंगाल एवं जौनपुर आदि स्थानों की परंपराओं का अद्भुत मिश्रण मिलता है।

मुगल कालीन स्थापत्य कला

सबसे पहले मुगल कालीन स्थापत्य कला के बारे में जानेंगे मुगलकालीन स्थापत्य कला क्या थी आइए देखते हैं !

 

1. बाबर (1526 -1530)

मुगल कालीन स्थापत्य

बाबर

बाबर को उपवनो का राजकुमार कहा जाता है !

मुगलों के द्वारा जो बाघ लगवाए गए थे वे दृश्य-ए – बहिसत पद्धति से लगवाए गए थे !

कुरान में लिखा गया है कि जन्नत में तसनिस नामक एक पानी का झरना है जिससे जन्नत में पानी की नहर निकाली गई !

मुगलों के बागों में इसी प्रकार की पानी कि नहरें बनी है !

बाबर ने आगरा में आरामबाग या नूर अफगान बाग का निर्माण करवाया !

प्रारंभ में बाबर को इसी में दफनाया गया परंतु बाबर ने मरने से पहले इच्छा व्यक्त की उसे काबुल में दफनाया जाए ! जिसके बाद बाबर को काबुल में ले जाकर दफनाया गया !

बाबर ने धौलपुर में निलोकर बाग का निर्माण करवाया !

बाबर ने पानीपत (हरियाणा) में काबुली बाग मस्जिद बनवाई ! ये भारत में ईटों से निर्मित प्रथम मस्जिद है !

इसके अलावा बाबर ने रूहेलखंड (उत्तर प्रदेश) कि संभल नामक स्थान पर जामा मस्जिद का निर्माण करवाया था !

बाबर के सेनानायक मीर बाकी ने फैजाबाद (अयोध्या) मैं बाबरी मस्जिद का निर्माण करवाया था !

 

2. हुमायूं (1530 -40, 1555 – 1556 )

मुगल कालीन स्थापत्य

हुमायूं

हुमायूं ने 1534 में दिल्ली में दीन-ए-पनाह अर्थात धर्म की शरण स्थली नामक नगर का निर्माण करवाया इसी के शेर मंडल पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरकर हुमायूं की मृत्यु हो गई !

 

3. अकबर (1556 -1605)

मुगल कालीन स्थापत्य

अकबर

अकबर के शासन कला की बनी प्रथम इमारत दिल्ली में स्थित हुमायूं का मकबरा है !

इसका निर्माण अकबर की सौतेली मां हाजी बेगम ने ईरान के वास्तुकार मिर्जा ग्यास की देखरेख में करवाया !

यह मकबरा चार बाग शैली में निर्मित है !

मुगल कालीन स्थापत्य में संगमरमर के पत्थर का पहला प्रयोग इसी मकबरे में किया गया है इसका केवल दोहरा गुंबद ही संगमरमर से निर्मित है बाकी पूरी इमारत है धौलपुर व करौली के लाल पत्थर से बनी हुई है !

अकबर के दाय मां अनगा ने महरौली में अपने पुत्र अदम खा का मकबरा बनवाया इसी को भूल भुलैया कहा जाता है !

अकबर ने कासिम खां की देखरेख में आगरा व लाहौर में दुर्गों का निर्माण करवाया !

आगरा के दुर्ग में अकबर ने दीवान-ए-आम व दीवान-ए-खास व जहांगीर महल जैसी इमारतें बनवाई !

इसके अलावा अकबर ने अटक दुर्ग पाकिस्तान, इलाहाबाद दुर्ग सबसे बड़ा व अजमेर स्थित दौलत खाने का निर्माण करवाया !

इस दौलत खाने में 1837 में अंग्रेजों ने अपना शास्त्र गार स्थापित किया था इसलिए वर्तमान में से मैगजीन दुर्ग कहते हैं !

1569-70 में अकबर ने बहउधिन फतेहपुर सीकरी के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी !

ईसाई संत मोसरोत के निर्माण के समय फतेहपुर सीकरी में स्थिति थी !

शेख सलीम चिश्ती फतेहपुर सीकरी में ही रहा करते थे तथा इन्हीं के आशीर्वाद से अकबर को जहांगीर नामक पुत्र की प्राप्ति हुई !

मुगलकालीन प्रमुख इमारतें

आइए सबसे पहले प्रमुख मुगलकालीन इमारतें देखते हैं जो कि निम्न प्रकार से हैं :-

 

1. जामा मस्जिद

मुगल कालीन स्थापत्य

जामा मस्जिद

यह लाल पत्थर से निर्मित है !

इस मस्जिद को फतेहपुर सीकरी का गौरव कहा गया है !

फर्ग्यूसन ने इसे पत्थरों की रुमानी कथा कहा है !

2. शेख सलीम चिश्ती का मकबरा

मुगल कालीन स्थापत्य

शेख सलीम चिश्ती का मकबरा

अकबर ने इसका निर्माण लाल पत्थर से करवाया परंतु जहांगीर व शाहजहां ने इसे तुड़वाकर संगमरमर से निर्मित करवा दिया गया !

3. इस्लाम खा का मकबरा

सर्वप्रथम वर्गाकार मेहराब का प्रयोग इसी मकबरे में किया गया है !

4. जोधाबाई का महल

मुगल कालीन स्थापत्य

जोधाबाई का महल

यह फतेहपुर सीकरी की सबसे बड़ी आवासीय इमारत है !

5. तुर्की सुल्तान की कोठी

मुगल कालीन स्थापत्य

तुर्की सुल्तान की कोठी

यह अकबर की प्रथम पत्नी रुकैया बेगम का महल था !

पर्शी ब्राउन ने इसे मुगल स्थापत्य का रतन कहां है !

6. मरियम महल

मुगल कालीन स्थापत्य

मरियम महल

अकबर की माता हमीदा बानो का महल था !

हमीदा बानो मरियम मकानी के नाम से प्रसिद्ध है !

अकबर ने इसमें हिंदू देवी-देवताओं के चित्र बनवाएं थे जिन्हें बाद में औरंगजेब ने चूने से पुतवा दिया गया !

इसका उल्लेख इटली के मनुची ने अपनी पुस्तक स्टीरियो डी मोगर में किया !

7. पंचमहल

मुगल कालीन स्थापत्य

पंचमहल

यह पांच मंजिला पिरामिड की आकृति की इमारत है इसमें कोई दरवाजा नहीं है !

नीचे वाली इमारत में 48 व ऊपर वाली इमारत में 4 स्तंभ हैं !

8. हिरण मीनार

मुगल कालीन स्थापत्य

हिरण मीनार

अकबर ने अपने हाथी हिरण की स्मृति में इस 80 फीट ऊंची इस इमारत का निर्माण करवाया !

9. इबादत खाना

मुगल कालीन स्थापत्य

इबादत खाना

1575 में अकबर ने इसका निर्माण करवाया !

प्रारंभ में केवल इस्लाम धर्म पर वाद विवाद किया जाता था !

इसके अलावा दो मंजिला बीरबल महल का निर्माण करवाया गया !

1570-71 में अकबर ने गुजरात पर विजय प्राप्त की थी !

इस विजय के उपलक्ष में 1601 में बुलंद दरवाजा का निर्माण कराया गया !

मुगल कालीन स्थापत्य

बुलंद दरवाजा

यह जमीन से 176 फीट ऊंचा है !

भरतपुर के लोहागढ़ दुर्ग के फतेह बुरज से यह भी यह दरवाजा दिखाई देता है !

विसेंट अर्थर स्मिथ – फतेहपुर सीकरी नगर को पत्थरों में डाला गया रोमांस कहां !

फर्ग्यूसन – यह उस आदमी के मस्तिष्क की परछाई है जिसने उसकी कल्पना की !

4.जहांगीर (1605 – 1627)

अकबर ने अपने जीवन काल में ही सिकंदरा (आगरा) अपने मकबरे का निर्माण प्रारंभ करवा दिया था इसे जहांगीर ने पूर्ण करवाया !

मुगल कालीन स्थापत्य

अकबर का मक़बरा सिकंदरा

यह बौद्ध शैली से प्रेरित है !

गुंबद विहीन है !

स्वतंत्र रूप से मीनारों का पहला प्रयोग इसी मकबरे में किया गया है !

जहांगीर की पत्नी नूरजहां या मेहरून्निसा ने अपने पिता मिर्जा गयास बेगम का एतमादुधोला का मकबरा आगरा के निकट बनवाया !

मुगल कालीन स्थापत्य

मिर्जा ग्यास वेग का मक़बरा आगरा

मुगलकाल में पूर्ण संगमरमर की बनी यह प्रथम इमारत है !

मुगलकाल में सर्वप्रथम पितरादूरा का प्रयोग इसी इमारत में किया गया था !

पितरादूरा सफेद संगमरमर पर रंगीन की जड़ाई को कहते हैं !

जहांगीर ने श्रीनगर में शालीमार बाग लगवाया और इसे शाहजहां ने पूर्ण करवाया !

जहांगीर ने अजमेर में दौलत बाग या सुभाष उद्यान का निर्माण करवाया !

इसी बाग के गुलाब के फूलों से नूरजहां की माता अस्मत बेगम ने इत्र का आविष्कार किया था !

नूरजहां के भाई आसफ खा ने श्रीनगर में डल झील के सामने निशाद बाग का निर्माण किया !

जहांगीर ने लाहौर में स्थित शाहदरा के दिलकुशा बगीचे में अपने मकबरे का निर्माण प्रारंभ करवाया जिसे नूरजहां ने पूर्ण किया !

मुगल कालीन स्थापत्य

जहांगीर का मक़बरा लाहौर

जहांगीर व नूरजहां को इसी में दफनाया गया था !

किसके शासन में मुगल चित्रकला अपने शिखर पर थी—— जहागीर के समय

5. शाहजहां (1628 -58)

शाहजहां के काल को मुगलकालीन स्थापत्य कला का स्वर्ण काल माना जाता है !

पर्षी ब्राउन ने लिखा है – जैसे आगस्टस ने रोम को ईटो से बना हुआ पाया और पत्थरों से बना हुआ छोड़ दिया उसी प्रकार शाहजहां ने अकबर के लाल पत्थर को संगमरमर में परिवर्तित कर दिया !

शाहजहां ने सर्वप्रथम अकबर के द्वारा निर्मित आगरा दुर्ग के दीवाने -ए-आम को जुड़वा कर संगमरमर का बनवाया !

शाहजहां ने पहली बार संगमरमर के पत्थर का प्रयोग इसी इमारत में किया !

इसके अलावा शाहजहां ने आगरा दुर्ग में संगमरमर की मोती मस्जिद बनवाई यह इस दुर्ग की सबसे सुंदर इमारत है !

मुगल कालीन स्थापत्य

मोती मस्जिद

शाहजहां ने दुर्ग में संगमरमर का मुसम्मन या शाहबुर्ज बनवाया !

औरंगजेब ने शाहजहां को इसी बुर्ज में बंदी बनाकर रखा !

इसके अलावा दुर्ग के परकोटे, नगीना मस्जिद का निर्माण करवाया !

शाहजहां की पुत्री जहांआरा ने आगरा की जामा मस्जिद बनवाई इसी को मस्जिद -ए – जहांनुमा कहते हैं !

दिल्ली की जामा मस्जिद का निर्माण शाहजहां के द्वारा करवाया गया !

1638 में शाहजहां ने दिल्ली में शाहजहानाबाद नगर का निर्माण करवाया !

इसी ने हमिद अहमद की देखरेख में दिल्ली का लाल किला बनवाया था !

इसके दीवाने -ए-आम मैं बेबादल खा के द्वारा निर्मित तख्त ए ताऊस या मयूर सिंहासन रखा जाता था !

इसी में ही कोह-ए- नूर हीरा लगा हुआ था !

दीवाने खास की दीवार पर अमीर खुसरो की इस पंक्ति को लिखा गया” गर फिरदौस भर रूठन जमी जमीअस्त ……………….

ताजमहल

मुगल कालीन स्थापत्य

ताजमहल

ताजमहल को मुगल स्थापत्य का सर्वश्रेष्ठ इमारत माना गया है !

1631 में शाहजहां की पत्नी अर्जुमंद बानो बेगम या मुमताज की मृत्यु हो गई !

इस की स्मृति में आगरा में यमुना नदी के किनारे ताजमहल का निर्माण प्रारंभ करवाया

22 वर्ष 9 करोड़ की लागत व मकराना के संगमरमर से यह बनकर पूर्ण हुआ !

इसका प्रधान वास्तुकार अहमद लाहौरी था जिसे शाहजहां ने नादिर उल हसरार की उपाधि प्रदान की !

इसका अर्थ होता है कि संसार के आदित्य में भी आदित्य !

इसका प्रधान कारीगर ईशा खा था !

हवेल ने ताजमहल को भारतीय नारी की साकार प्रतिमा कहा इसे स्थापत्य से नहीं बल्कि मूर्ति कला से संबंधित माना !

6. औरंगजेब ( 1658 -1707 )

इसने दिल्ली की लाल किले की मोती मस्जिद लाहौर की बादशाही मस्जिद वह हरियाणा के पिंजौर बाग का निर्माण करवाया था !

1679 में औरंगजेब की पत्नी रबिया उद् दुर्रानी की मृत्यु हो गई !

मुगल कालीन स्थापत्य

बीबी का मक़बरा

इसी की स्मृति में औरंगाबाद (महाराष्ट्र) में मकबरा बनवाया इसे बीबी का मकबरा, दक्षिण भारत का ताजमहल या ताजमहल की फूहड़ नकल कहते हैं

औरंगजेब ने अपने स्वयं का मकबरा खुल्दाबाद (महाराष्ट्र) में बनवाया था !

यह भी पढ़े 👇

  1. औपनिवेशिक काल की स्थापत्य शैलियों का संक्षेप में उल्लेख कीजिए |
  2. भारतीय-इस्लामी स्थापत्य शैली के विकास में अकबर के योगदान का परीक्षण कीजिए |

 

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