विश्व मलेरिया दिवस || 2023 ||
विश्व मलेरिया दिवस :—
आज विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है। मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है । बरसात या वातावरण में नमी के कारण मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी का प्रसार होता है।
मलेरिया की गंभीर स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती है। मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जैसे- बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना। आमतौर पर मलेरिया के इलाज में करीब दो सप्ताह तक दवाइयाँ लेनी होती हैं। वहीं बीमारी को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है।
विश्व मलेरिया दिवस
हर साल भारत में मलेरिया के हजारों मामले सामने आते हैं और कई रोगियों की तो मलेरिया से जान चली जाती है । मलेरिया की गंभीरता और इसे बचने के लिए जागरूक करने के विश्व स्तर पर मलेरिया दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं मलेरिया दिवस मनाने की शुरुआत कब से और कहां से हुई।
विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक वैश्विक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम है, जो मलेरिया से निपटने और उन्मूलन के लिए आवश्यक कार्रवाई को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न स्थानीय और सरकारी स्वास्थ्य सेवा प्राधिकरणों और नीति निर्माताओं के लिए एक वैश्विक आह्वान है।
विश्व मलेरिया दिवस पहली बार वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था। इसे ‘अफ्रीका मलेरिया दिवस’ से विकसित किया गया था, यह वर्ष 2001 से विभिन्न अफ्रीकी देशों की सरकारों द्वारा मनाया जा रहा था।
मलेरिया एक मच्छर जनित रक्त रोग (Mosquito Borne Blood Disease) है जो प्लाज़्मोडियम परजीवी (Plasmodium Parasites) के कारण होता है। यह मुख्य रूप से अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
इस परजीवी का प्रसार संक्रमित मादा एनाफिलीज़ मच्छरों (Female Anopheles Mosquitoes) के काटने से होता है।
मानव शरीर में प्रवेश करने के बाद परजीवी शुरू में यकृत कोशिकाओं के भीतर वृद्धि करते हैं, उसके बाद लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells- RBC) को नष्ट कर देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप RBCs की क्षति होती है।
अधिकांश रोगी उपचार के बाद मलेरिया के लक्षणों से जल्दी ठीक हो जाते हैं, लेकिन यदि उपचार में देरी की जाए तो गंभीर मलेरिया एनीमिया, सेरेब्रल मलेरिया, कोमा या मृत्यु जैसी गंभीर जटिलताएँ हो सकती हैं।
विश्व मलेरिया दिवस 2023 की थीम ‘टाइम टू डिलीवर मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट’ है, जो पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों तक पहुँचने के लिए वर्तमान में उपलब्ध उपकरणों और रणनीतियों को लागू करने का आह्वान है।
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