Sahara Desert यानी सहारा मरुस्थल को हरा-भरा बना दें क्या हो होगा? - Rajasthan Result

Sahara Desert यानी सहारा मरुस्थल को हरा-भरा बना दें क्या हो होगा?

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जलवायु परिवर्तन से लड़ने की कोशिश में Sahara Desert यानी सहारा मरुस्थल को हरा बनाया जा सकता है वास्तव में पूरे सहारा डेजर्ट को हरा भरा बनाने की योजना बनाई जा रही है

इसे एक सुखी बंजर जमीन से बदलकर एक घनी हरियाली वाली जगह में बदल ने की योजना अगर यह सफल हो पाता है तो यह बदलाव हर साल वातावरण में मौजूद 7.6 अरब टर्न कार्बन को हटा सकता है हम जमीन के इतने बड़े अलग-थलग पड़े हिस्से को स्वभाव कैसे बदल सकते हैं?

Sahara Desert पर हम इतनी कीमत खर्च कर पाएंगे क्या हमने पहले कभी ऐसा कुछ किया है ?

आप पढ़ रहे है राजस्थान रिजल्ट और यह है क्या हो अगर हम Sahara Desert को हरा-भरा बना दे सहारा डेजर्ट आकार में 86 लाख वर्ग किलोमीटर यानी 33.2 वर्ग मील जितना बड़ा है। यानी अगर आप अमेरिका को रेत से भर दे और यहां से सारे पेड़ पौधे हटा दें तो लगभग अमेरिका जितना बड़ा ।।

 

इतने बड़े इलाके को हरा भरा बनाना आसान नहीं होगा बल्कि इसमें 20 अरब डॉलर का सालाना खर्चा आएगा और बदकिस्मती से इसका खर्च हमारे सामने आने वाली दिक्कतों की केवल शुरुआत है।

Sahara Desert

Sahara Desert

आगे जाकर पर्यावरण पर इसका किस तरह का असर होगा?

पेड़ पौधे पृथ्वी के फेफड़ों की तरह हैं और इस वक्त हमें इससे बहुत ज्यादा पेड़ों की जरूरत है एक हेक्टर में लगे पेड़ उतना ही कार्बन डाइऑक्साइड शोक सकते हैं जितना एक गाड़ी को 1 लाख किलोमीटर यानी 62 हजार मिल चलाने में निकलता है अगर हम सफलता के साथ सहारा को हरा-भरा बना पाते हैं तो कई लाख हेक्टर पेट जलवायु परिवर्तन के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारा साथ देने लगेंगे

यह सुनने में बहुत अच्छा लगता है पर कितनी संभावना है कि हम इस तरह का बदलाव ला सकेंगे? आप माने या ना माने हमने यह पहले भी किया है बस थोड़े छोटे स्तर पर चीन के  कुबूकी इकोलॉजिकल रेस्टोरेंट्स प्रोजेक्ट में एक तिहाई कुबूकी डेजर्ट को 30 साल के वक्त में लगभग 70 अलग-अलग  पेड़ों की प्रजातियों के साथ-साथ हरा-भरा बनाया गया है।

हम पृथ्वी के सबसे बड़े गर्म रेगिस्तान के स्तर पर यह प्रक्रिया कैसे पूरी कर सकते हैं?

एक तरीका है फसलें और पेड़ लगाना और फिर इन्हें सीखने के लिए Sahara Desert के तट से नमक निकला हुआ पानी लाना पानी को भाप बनकर उड़ने से बचाने के लिए इसे जमीन के नीचे बनी पाइपों के जरिए सीधे पेड़ों तक लाना होगा। यहां लगाने के लिए सबसे अच्छे पेड़ होंगे यूके लिफ्ट्स यानी नीलगिरी क्योंकि यह दमदार होते हैं और गर्म तापमान में आराम से रह सकते हैं साथ ही यह तेजी से बढ़ते हैं और इस क्षेत्र के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकते हैं।

जैसे ही पैरों में जड़े आने लगेंगे और वह स्थिर होने लगेंगे इससे मिट्टी में जरूरी पोषक तत्व आ जाएंगे बारिश की मात्रा बढ़ जाएगी और Sahara Desert के कुल तापमान में 8 डिग्री सेल्सियस यानी 14.5 डिग्री फॉरेनहाइट की गिरावट हो जाएगी। ठीक है जब हम जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपनी लड़ाई में तेजी से हारते जा रहे हैं तो हम इस तरह के अहम और अच्छे समाधान की तरफ तेजी से आगे कदम क्यों नहीं बढ़ा रहे हैं?

सबसे पहले सबसे पहले तो क्या हमने आपको बताया था कि इसका सालाना कर 20 खरब डॉलर होगा?

तो अंतरराष्ट्रीय सरकारों को इस में योगदान देने के लिए राज्य करने को तैयार रहिए खास तौर से अगर यह केवल इंसान की प्रजाति की भलाई के लिए है पर अगर हम यह खर्च उठा भी सके तो Sahara Desert को हरा भरा बनाने में और भी कई दिक्कतें होने वाली हैं जैसे-जैसे यह क्षेत्र नए पेड़ लगने की वजह से नम होता जाएगा।

वैसे वेसे टिड्डियों के हमले का खतरा भी बढ़ता जाएगा जी हां इसी झुंड में आने वाले इन कीड़ों के बारे में आपने बाइबल में पढा होगा रुकिए  इतनी भी बुरी नहीं हो सकती है ना? या फिर आपने पिछले कुछ वर्षों से भारत पर टिड्डियों का हमला देखा होगा जिसके कारण टिड्डियों ने जिसके कारण किसानों को बहुत नुकसान हुआ था है ना?

टिड्डियों 1 दिन में 2500 लोगों के खाने जितना खाना खा जाती हैं तो हां यह बुरी साबित हो रही हो सकती हैं साला की सहारा को हरा भरा बनाने की सबसे बड़ी समस्या होगी आगे जाकर पर्यावरण पर होने वाला इसका असर। सहारा के रेत आंधी के जरिए हवा में शामिल होती है । और अटलांटिक महासागर को पार करने के बाद दक्षिण अमेरिका में इकट्ठी होती है।

यह धूल रास्ते में अपने अंदर नमी सोख लेती है और जब यह आसमान से गिरती है तो इसके साथ बारिश होती है धूल और बारिश का यह मेल अमेज़न वर्षावन पर गिरता है और इको सिस्टम को वह पानी देता है जिसकी इसे जरूरत है।

सहारा के ना होने का मतलब यह भी हो सकता है कि अमेज़न वर्षावन भी नहीं रहेंगे बशर्ते इस परेशानी के लिए भी कोई योजना हो तो हालांकि एक हरे-भरे सहारा से हमारी कार्बन उत्सर्जन की समस्या का हल हो जाएगा पर

क्या इसके लिए हमारे ग्रह के दूसरे हिस्से को बर्बाद होने देना सही होगा?

शायद इतनी बड़ी जगह को हरा भरा बनाने की जगह हमें दुनिया भर में हरियाली बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए लेकिन इस पर चर्चा के लिए पढ़ते रहे राजस्थान रिजल्ट

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