जायसी मूलतः प्रेम और सौंदर्य के कवि हैं उक्ति की समीक्षा कीजिए |
जायसी मूलतः प्रेम और सौंदर्य :— जायसी हिंदी के सूफी काव्य परंपरा के साधकों एवं कवियों के सिरमौर हैं। ये अमेठी के निकट जायस के रहने वाले थे, इसलिए इन्हें जायसी कहा जाता है।...
जायसी मूलतः प्रेम और सौंदर्य :— जायसी हिंदी के सूफी काव्य परंपरा के साधकों एवं कवियों के सिरमौर हैं। ये अमेठी के निकट जायस के रहने वाले थे, इसलिए इन्हें जायसी कहा जाता है।...
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