दोनों ओर प्रेम पलता है कविता की व्याख्या कीजिए ‘श्री मैथिलीशरण गुप्त’

दोनों ओर प्रेम पलता है :- श्री मैथिलीशरण गुप्त का महाकाव्य ‘साकेत’ उनकी प्रसिद्ध रचना है। गुप्तजी ने साकेत में रामकथा को नवीन दृष्टि से प्रस्तुत किया है। साकेत के नवम सर्ग में उन्होंने...