त्रास कुटुंब के होइ उदास अवास | कविता की संदर्भ सहित व्याख्या | चण्डी- चरित्र | गुरु गोविंद सिंह |

  त्रास कुटुंब के होइ उदास अवास कौ त्यागि बसौ बन राई |  नाम सुरथ्य मुनीसर वेष समेत समाधि समाधि लगाई।  चंडि अखंड खंडे करि कोप भई सुर-रक्षन कौं समुहाई |  बूझह जाइ तिनै...