कृपा-सिन्धु तुम्हरी कृपा | कविता की संदर्भ सहित व्याख्या | चण्डी- चरित्र | गुरु गोविंद सिंह ||

  कृपा-सिन्धु तुम्हरी कृपा, जो कछु मो पर होइ | रचौं चण्डिका की कथा, वाणी सुभ सब होइ || 2 || कृपा-सिन्धु तुम्हरी कृपा प्रसंग : प्रस्तुत पद्य दशम गुरु गोविन्द सिंह की रचना...