रामचन्द्रिका की प्रबन्धात्मकता पर विचार व्यक्त कीजिये तथा उसके गुण-दोषों की समीक्षा कीजिये।

सनादय ब्राह्मण कृष्णदत्त के पौत्र और काशीनाथ के पुत्र केशव का हिन्दी साहित्य जगत में आचार्य एवं कवि के रूप में एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। ‘रामचन्द्रिका‘ ऐसी रचना है जो रामकथाश्रित है, जिसमें रामकथा...