रैणि गँवाइ सोइ करि गंवायो पाइ | कविता की संदर्भ सहित व्याख्या | संत रविदास |

रैणि गँवाइ सोइ करि गंवायो पाइ। हीरा यहु तन पाइ करि कोडी बदले जाइ।। रैणि गँवाइ सोइ करि प्रसंग:– इस साखी में रविदास ज्ञान विहीन सामान्य लोगों के जीवन पर टिप्पणी कर रहे हैं।...