वैष्णव की फिसलन व्यंग्य निबंध का प्रतिपाद्य | हरिशंकर परसाई |

वैष्णव की फिसलन व्यंग्य निबंध :—  आपने इस निबंध को पढ़ने तथा इसकी बहुत सारी विशेषताओं की जानकारी प्राप्त करने के बाद इसकी रचना-पद्धति और प्रकृति में एक नयापन देखा होगा। यहाँ निबंध के,...