साकेत में उर्मिला का विरह वर्णन | मैथिलीशरण गुप्त |

साकेत में उर्मिला का विरह वर्णन :— मानव जीवन में चाहे वियोग की अपेक्षा संयोग का अधिक महत्त्व स्वीकार किया जाए, किन्तु काव्य क्षेत्र में संयोग की अपेक्षा विरह की अधिक महत्ता रही है।...