सामाजिक एवं नैतिक उत्थान में रामचरितमानस का योगदान

सामाजिक एवं नैतिक उत्थान :— यद्यपि तुलसीदास प्रधान रूप से भक्त कवि हैं, व्यक्तिगत जीवन में वैरागी हैं, लेकिन अपने समय की सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों के प्रति सचेत हैं। एक ओर अगर वे ऐसी कविता...